Tuesday, January 21, 2014

हम फिर जनम लेंगे सिर्फ एक दूसरे के लिए मोहबत के बंधन को निभा ने के लिए

समझते थे हम दोनों इस कदर एक दूसरे को कि
मुझको तुमसे तुमको मुझसे शिकायतें ना थी अपेक्षायें ना थी
कभी मुझको तुमसे तुमको मुझसे कोई गीले शिकवे ना रहे
तुम्हारी किसी बातों का मैंने कभी बुरा माना नहीं
मेरी किसी बातों का बुरा तुमने कभी माना नहीं
सालों साल हो गए मेरे और तुम्हारे रिश्ते को कभी हमारे बीच कोई दुरी नहीं आई
समय के बीतने के साथ मेरी और तुम्हारी मोह्बत में और भी गहराई आती गयी
निशचल प्रेम मेरा तुम्हारे लिए तुम्हारा मेरे लिए निरंतर बढ़ता रहा
मैं तुम्हारे साथ परस्पर हूँ कि नहीं तुम मेरे साथ परस्पर हो कि नहीं
अब इनके कोई मायने नहीं रेह गए थे मेरे और तुम्हारे बीच
अटल सत्य तुम भी जानती थी मैं भी जनता था
हम दोनों के दिलो में एक दूसरे का स्थान और कोई ले नहीं सकता
एक होने के मायने हमारे लिए अलग थे
ये जीवन हमने अपने अपने कर्त्तव्य निर्वाह के लिए समर्पित कर दिया था
हम फिर जनम लेंगे सिर्फ एक दूसरे के लिए मोहबत के बंधन को निभा ने के लिए

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