Thursday, January 30, 2014

मैं जहाँ था वही रह गया

मैं जहाँ था वही रह गया तुमसे आगे बढ़ नहीं पाया
यूँ तो तुमसे आगे बढ़ना नामुमकिन नहीं था
पर मोह्बत में बेईमानी करना मेरी फितरत में नहीं था

Monday, January 27, 2014

आप के कहे दो शब्द चिता में जलते हुए या कबर में दफ़न होते हुए सुकून के दो पल दे जाये

आप से कभी कुछ माँगा नहीं आप से कभी कुछ चाहा नहीं
जो भी किया आप से आप के लिए पुरे दिल पुरे मन से किया
पूरी शिदत से आप से मोहबत कि
कभी ये जानने कि भी कोशिश नहीं कि कि आप क्या सोचती है मेरे बारें में मेरी मोहबत के बारें
हमेशा अपने दिल का पूरा हाल आप को बयान करता रहा
आप के प्रति मोह्बत को धर्म कि तरह ही निभाया हमेशा
कभी कोई खुदगर्जी का ख्याल नहीं आने दिया
आप कि ख़ुशी आप कि हंसी को सर्वपरि माना खुद के लिए
पर आज दिल में ये ख्याल आया आप से अपने बारें कुछ जानने का
हो सके और जायज़ लगे तो बता दीजिये कहीं मेरा नाम सिमटा सा दबा सा है क्या आप के दिल में
कभी मेरी मोह्बत के गुलशन के किसी गुलाब कि खुशबू ने छूआ है क्या आप को
मेरी इस बेनाम मोह्बत का जरा भी इल्म एहसास है क्या आप को
बहुत ज्यादा तो कोई उम्मीद नहीं लगाये बैठा हूँ बस हो सकता है
बस आप के होठो से दो शब्द सुन ना चाहता हूँ हो सकता है
आप के कहे दो शब्द चिता में जलते हुए या कबर में दफ़न होते हुए
सुकून के दो पल दे जाये
और मेरी ज़िन्दगी कि सार्थकता को एक नया आयाम मिल जाये

मेरी हर सोच हर कल्पनाओ का अस्तित्व तुम हो

तुम हो ये मेरी एक सोच है मेरी एक कल्पना है
तुम्हारे संग रहता हूँ
बातें करता हूँ हँसता खेलता हूँ
हरदम तुम्हारी फ़िक्र करता हूँ
अपने दिल कि हर बात तुम से साझा करता हूँ
तुम ही हो जिस कि वजह से मैं कभी अकेला नहीं होता
लोग मुझे देख तरह तरह कि बातें करते है
कुछ तो पागल भी कह देते है
शायद सच भी हो ये बातें जो मैं पागलपन में तुम्हारी कल्पनाएँ करता हूँ
पर ये भी तो एक सच्चाई है हर कल्पनाओं का कोई अस्तित्व होता है
और मेरी हर सोच हर कल्पनाओ का अस्तित्व तुम हो

Tuesday, January 21, 2014

हम फिर जनम लेंगे सिर्फ एक दूसरे के लिए मोहबत के बंधन को निभा ने के लिए

समझते थे हम दोनों इस कदर एक दूसरे को कि
मुझको तुमसे तुमको मुझसे शिकायतें ना थी अपेक्षायें ना थी
कभी मुझको तुमसे तुमको मुझसे कोई गीले शिकवे ना रहे
तुम्हारी किसी बातों का मैंने कभी बुरा माना नहीं
मेरी किसी बातों का बुरा तुमने कभी माना नहीं
सालों साल हो गए मेरे और तुम्हारे रिश्ते को कभी हमारे बीच कोई दुरी नहीं आई
समय के बीतने के साथ मेरी और तुम्हारी मोह्बत में और भी गहराई आती गयी
निशचल प्रेम मेरा तुम्हारे लिए तुम्हारा मेरे लिए निरंतर बढ़ता रहा
मैं तुम्हारे साथ परस्पर हूँ कि नहीं तुम मेरे साथ परस्पर हो कि नहीं
अब इनके कोई मायने नहीं रेह गए थे मेरे और तुम्हारे बीच
अटल सत्य तुम भी जानती थी मैं भी जनता था
हम दोनों के दिलो में एक दूसरे का स्थान और कोई ले नहीं सकता
एक होने के मायने हमारे लिए अलग थे
ये जीवन हमने अपने अपने कर्त्तव्य निर्वाह के लिए समर्पित कर दिया था
हम फिर जनम लेंगे सिर्फ एक दूसरे के लिए मोहबत के बंधन को निभा ने के लिए

Saturday, January 18, 2014

मुरादें

कितना भी देख लू तुमको जी नहीं भरता
हो सके तो मेरी आँखों में बस जाओ
जब भी जी चाहेगा तुम को देख लिया करूँगा
इसी तरह अपनी कुछ मुरादें भी पूरी कर लूंगा

Wednesday, January 8, 2014

फासले

ना जाने कितने जरियो से रोज़ तुमसे मिलता हूँ जुड़ता हूँ
फिर भी ना जाने कितने फासले है मेरे और तुम्हारे दरमियाँ
कि मैं तुमसे मिल कर भी मिलता नहीं जुड़ कर भी जुड़ता नहीं

Monday, January 6, 2014

Basic Purpose

At some point of time in your life you have to rise above
your stature to serve for the very basic purpose of your
Birth and existence on this Earth.

ज़िन्दगी जीने लगा हूँ

तुम्हारे किसी और कि होने का असर कुछ यूँ हुआ था मेरे दिल पे कि ये पत्थर दिल हो गया था
चटानों जैसा सख्त जो न कुछ समझता था ना किसी बात पे पिघलता था
पर तुम्हारे तसवुर से अब इस पत्थर दिल में दरारे पड़ ने लग गयी है
कुछ पुराणी यादों कि मिट्टी भी जमने लगी है
अब अक्सर इन दरारो में तुम्हारे लिए मोह्बत के फूल खिलते है
जो मेरे पतझड़ भरे जीवन में रंग भरते है
और मैं इन फूलो कि खुशबू से महकता रहता हूँ
इन महके हुए पलो में मोह्बत और जीवन के गम्भीर अर्थ को कुछ कुछ समझने लगा हूँ
पहेले में किसी तरह ज़िन्दगी काट रहा था
अब मैं ज़िन्दगी जीने लगा हूँ । ज़िन्दगी जीने लगा हूँ |

Ambition

Whatever you do in your life
just remember one thing
you must have a big ambition to make it big in life.
As well as the determination & zeal to fulfill that ambition
so that ambition doesn't remain ambition but can see the light of REALITY.