Wednesday, August 13, 2014

बहुत कुछ अधूरी ख्वाहिशें है बहुत सी अधूरी हसरतें

चलो आज तुम्हें अपने दिल की बात बता ही देते है , हम एक बार फिर जन्म लेना चाहते है इस धरती पे
बहुत कुछ अधूरी ख्वाहिशें है बहुत सी अधूरी हसरतें है जो इस ज़िन्दगी में पूरी कर नहीं पाये है
बस वो ही अधूरापन पूरा करना है अगले जन्म में
अब आप पूछेंगी की क्या है वो ख्वाहिशें हसरतें तो आप को बता दे सब आप से जुडी हुई है
आप को जेहन में रख कर बहुत कुछ सोचा है जो पूरा करना है
आप के बालो में सबसे खूबसूरत गुलाब का फूल लगाना है ,मोगरे के फूल का गजरा सजाना है
आप के हाथो में कांच के कंगन पहनाने है , पैरो में चाँदी की पायल पहनानी है
बनारस हरिद्वार में आप के साथ गंगा माँ की आरती करनी है देखनी है
भारत के हर मंदिर की सीढ़ियां आप को अपनी गोद में ले कर चढ़नी है
माँ वैष्णो देवी के चरणो के सिंदूर से आप की मांग भरणी है
हर पूजा में आप के साथ जोड़े में बैठना है
सागर की शांत लहरो के बीच आप का हाथ अपने हाथो में लेकर का बैठना है
दूर किसी पहाड़ की तलहटी में एक छोटा सा आशियाना बसाना है आप के साथ
आप के लिए बहुत ही शायरी ग़ज़ल लिखनी है
कुछ किस्से कहानिया आप को सुननी कुछ किस्से कहानियाँ आप से सुननी है
इंद्रधनुष के छोर तक जाना है , चाँद तक जाने के लिए सीढ़ियां बनानी है
अब आप ही बताओ इतना सब करने के लिए आप से पूरी मोहबत करने के लिए ये जन्म काफी है क्या
बस इस लिए फिर एक बार जन्म लेना चाहता हूँ ताकि की आप से पूरी मोह्बत कर सकू
दुनिया जिस इश्क़ की मिसाल दे सके वो मोह्बत की रूहानी आयतें लिख सकु

Thursday, August 7, 2014

स्कार्फ वाली लड़की

" सच कहूँ तो मुझे आप से प्यार तब ही हो गया था जब आप स्कार्फ बांधे हुए स्कूटी पे पीछे बैठी हुयी रोज़ हमारे सामने से गुज़रती थी , शेख भाई टी टपरी पे बैठ के सामने से जाते हुए देखता था। तभी लगा था ये लड़की सबसे अलग है. इस लड़की में कुछ बात है । कितना अजीब दीवाना था सोचता था कुछ भी कर के बस स्कार्फ चुरा लू आप का , बस इसलिए की आप की महक को महसूस कर सकू , उस स्कार्फ को छू के अपने हाथो को आप का एहसास दिल सकू ।

आप को देख देख के सोचा करता था ये लड़की का नाम क्या होगा , इस की आवाज़ कैसी होगी। इस से बात करूँगा तो कैसा लगेगा , क्या बात करूँगा । न जाने कितने दिन लगा दिए इसी सोच में । फिर पता किया तो आप हमारी ही क्लास में दिख गयी । फिर सोचा अब तो काम बन ही जायेगा और कुछ भी कर के आप से बात जरूर कर लेंगे |

बस फिर क्या था रोज़ नए बहाने खोजे जाने लगे और फिर वो दिन भी आ गया जब आप से पहेली बार बात हुई ।
हाय कितनी प्यारी आवाज़ थी ,कितनी हया थी बातों में जैसा सोचा था उस से भी बढ़कर थी आवाज़
आज भी उसी आवाज़ की मदहोशी में डूबा हुआ हूँ ।

बस फिर भी एक आखिरी तमना है आप के उस स्कार्फ को छू लू ,उस की खुशबु मैं सांस ले सकु | "

Monday, August 4, 2014

एक सुहानी शाम की बातें

आज पता नहीं अचानक आप के मेहँदी लगे हाथ उस में पहनी हुई लाल अंगूठी याद आ गयी
आप को शायद याद हो गया हमारे जन्मदिन पर उन्ही हाथो से आपने हमे चॉकलेट खिलाई थी
I still feel nostalgic for those moments.

पता नहीं कब आप से इतनी मोह्बत हो गयी। कभी कभी तो सारे पहर आप को सोचते रहते है। कुछ भी टीवी में देखते है तो सोचते है आप इस ड्रेस में कैसी लगेगी। काश की आप हमारे पास होती हम अपने हाथो से आप को ऐसे तैयार करते है
और भी बहुत कुछ आते जाते रहता है दिमाग में ...You are a integrated part of me & my Life....

Because of You I got to understand the true meaning of platonic Love. लगता है मैं एक भटकता हुआ आवारा दरिया हूँ जिसे को आपने एक साहिल दे दिया

आप की वो हंसी की आवाज़ अकसर मेरे कानो में गूंजती रहती है।
​कभी ​
कभी तो नींद से उठ कर देखता हूँ कहीं आप आस पास तो नहीं

कभी सोचता हूँ कितना अच्छा होता फिर से कॉलेज में होते साथ साथ पढ़ते। मैं फिर किसी बहाने से आप से बातें कर लेता। आप से ही आप की कुछ आवाज़ें चुरा लेता और सहेज कर अपने पास रख लेता

इतना कुछ है आप से कहने के लिए बोलने के लिए बताने के लिए। पर जाने क्यूँ आप जब भी सामने आती जैसे गले में ही रुक जाता है , शब्द ही नहीं सूझते है हमे ,पेट में दिल में गुदगुदी सी होने लगती है

आप को देख कर फिर यकीन हो जाता है ये मेरी ज़िन्दगी आप से ही है और आप के लिए ही है…