Wednesday, March 18, 2020

ज़िन्दगी का बोझ

उसने मुझसे कहा ज़िन्दगी का बोझ बहुत बड़ा होता है |
मैंने कहा किसी से एक तरफा इश्क़ कर लो
ज़िन्दगी का बोझ छोटा लगने लगेगा | 

बुनियादी फर्क

जैसे तुम मुझे से रूठ जाती हो
वैसे मैं भी रूठ सकता हूँ |
जैसे तुम मुझ से बिना बात किये रह सकती हो
वैसे मैं भी बिना बात किये रह सकता हूँ |
जैसा व्यवहार तुम मेरे साथ करती हो भी
वैसा व्यवहार मैं भी कर सकता हूँ |
जैसे तुम मेरी बिना फ़िक्र किये रह सकती हो
वैसे मैं भी तुम्हारी फ़िक्र किये बिना रह सकता हूँ |
तुममें और मुझमें एक बुनियादी फर्क है
बस वो फर्क हमेशा रहना चाहिए,
उसका ही लिहाज़ कर लेता हूँ |