Thursday, December 5, 2013

ख्याल

आज तबियत थोड़ी नासाज़ सी है।लगता है दूर कहीं तुम उदास हो,एक बार ज़रा मुस्कुरा दो,कि मेरी रूह को थोडा आराम मिले।

आप से मोहबत है ये बार बार कहने में भी मुझे कोई गुरेज़ नहीं क्यूँ कि जो सनातन सत्य है वो कभी भी नहीं बदलता |



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