WRITER AND POET FROM HEART.
तुझे जुदा होकर कैसा हूँ मैंने, शरीर है... आत्मा से जुदा हूँ मैं....
जब मिले थे उनसे,उनके दिल में हमारी एक तस्वीर बनी थी।आज हम उस जगह अपनी तस्वीर तलाश रहे थेजहाँ से हमारा नामो-निशान तक मिटा चुके थे वो
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