ज़िंदगी और भी हसीं हो गई होती,
अगर तुमने फिर से पीछे पलटकर मेरी तरफ देख,
मुस्कुराया न होता। एक वो दिन था और एक आज का दिन है,
मैं आज तक उसी हसीन मुस्कुराहट के गुमान में हूँ।
वो एक हसीन धोखा था या फिर हकीकत,
या फिर कुछ और ही था,
मेरी ज़िंदगी मोहब्बत के इतिहास का एक पन्ना बनकर रह गई।
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