Tuesday, April 17, 2012

दर्द-ए-मोहब्बत


मोहब्बत में हारे हुए लोग कहते हैं,
मोहब्बत बहुत ज़ालिम है, बहुत दर्द देती है,
हमने कहा उस दर्द-ए-मोहब्बत को सही दिशा दे दो,
वह एक नालायक इंसान को लायक बना देती है...

1 comment:

सचिन शंकर शेरकर said...

sachche pyar karnewaalo ko to sahi dish khud hoke dhund leti hai....