Friday, April 27, 2012

Maa


छुरी और काँटों से खाने में तेरे हाथों का स्वाद नहीं आता

हो सके तो अपने हाथ से दाल चावल मिला के खिला दे माँ

रोज बैठा तो हूँ ए सी में पर,

तेरी गोद में लेट कर तेरे आँचल की ठंडी छाँव का सुकून नहीं मिलता

हो सके तो अपने हांथों से हवा कर फिर सुला दे माँ

बाहर से लड़ झगड़ के आता था रोता था बिलखता था,

तू अपनी साडी के कोनों से मेरे आंसूं पोछ देती थी

अब आंसूओं के सागर में गोते लगा रहा हूँ

हो सके तो आके पार लगा दे माँ,

तेरे सपनों को साकार करने चलते चलते बहुत दूर आ गया हूँ

हो सके तो वापस बुला के अपने गले से लगा ले माँ

थक गया हूँ दुनिया से लड़ते लड़ते, हो सके तो

मेरे सर पे अपना हाथ रख मेरा होसला बढा दे माँ

आज जो कुछ हूँ सब तेरे ही दिए हुए संस्कारों की वजह से हूँ

तेरे चरणों पे शीश नवा कर तुझे प्रणाम करता हूँ,

हो सके तो हर जनम तुझे ही माँ के रूप में पाऊँ ये आशीर्वाद दे माँ

कभी कहा नहीं पर आज कहता हूँ, "आय लव यू माँ ."

Wednesday, April 25, 2012

नादान मासूम

हाथ जोड़कर आप सभी से मेरा अनुरोध है,
लौटा सको तो लौटा दो मेरा वो नादान मासूम बचपन,
जहाँ अपनी काबिलियत साबित करने के लिए
मुझे किसी और मासूम को पीछे छोड़ना पड़े,
वो प्रदूषण मुक्त हवा जहाँ मैंने खुलकर सांस ले सकूँ,
वही पुरानी संस्कृति जहाँ मैं अपनी
माँ को माँ और पिता को पिता कह सकूँ,
वो पुराना ज़माना जहाँ मैंने लैपटॉप और कंप्यूटर
चलाने से पहले ग़ुल्ली-डंडा खेलना सीखा,
लौटा सको तो लौटा दो मेरा वो मासूम
बचपन जहाँ मैंने नादान मासूम बच्चा रह सकूँ।

मेरी कहानी कुछ और होती

यूं तो ज़िंदगी से कोई शिकायत नहीं है, पर तेरा मुकम्मल साथ मिला गया होता तो मेरी कहानी कुछ और होती...

Dedicated to my KAKA

अब वो हाथ नहीं सिर पर आपका,
लेकिन हर वक्त साया महसूस होता है आपका,
अब उस नाम से कोई नहीं बुलाता मुझे,
जिस नाम से आप बुलाया करते थे,
कभी-कभी खामोशी में कानों पर
वही आवाज़ सुनाई देती है,
जिसे सुनने की हर वक्त कोशिश करता हूँ,
किसी से कभी कह नहीं पाया,
ना खुलकर कभी रो पाया,
आपसे ही सीखा है कर्तव्य पथ पर चलना,
आप अधूरे में छोड़ गए तो क्या,
आपको दिए हुए वचन से बंधा हूँ,
जब तक शरीर में सांस है,
आपका बेटा होने का हर फ़र्ज़ निभाऊँगा।

Friday, April 20, 2012

I will

For YOU I will defy the birth and death cycle..I will Love U and Live U through ages.

पिछले जनमों का कुछ रिश्ता है

हमारा तो पिछले जनमों का कुछ रिश्ता है,
कभी कुछ यूँ भी होता है,
तुम जो सोचो वो मैंने कह दिया,
मैं जो देखना चाहूँ वो तुम देख लो,
अपनी नज़रों से ऐसा होता है अक्सर
मेरे और तुम्हारे बीच में,
कुछ है पिछले जनमों का जो बंधा हुआ है
तुम्हें और मुझे एक ही डोर से।

Tuesday, April 17, 2012

दर्द-ए-मोहब्बत


मोहब्बत में हारे हुए लोग कहते हैं,
मोहब्बत बहुत ज़ालिम है, बहुत दर्द देती है,
हमने कहा उस दर्द-ए-मोहब्बत को सही दिशा दे दो,
वह एक नालायक इंसान को लायक बना देती है...

Monday, April 16, 2012

रात तेरा नाम लेकर सोती है

जानता नहीं कि मोहब्बत इबादत क्या है,
बस इतना कह सकता हूँ, दिन तेरे नाम से शुरू होता है
और रात तेरा नाम लेकर सोती है।

Wednesday, April 11, 2012

Thought

Whenever I ran out of thought I think of U..
Whenever I am struck with truckloads of thoughts I think of U

शुक्रिया

जितनी बार आपने मुझसे शुक्रिया कहा है,
काश कि उतनी ही बार आप कह देतीं कि आपको मुझसे प्यार है,
कितने भोले हैं आप, अपनी अमानतों के लिए भी मुझे शुक्रिया अदा किया,
पर इस दिल की वो धड़कन न सुन सके
जो सिर्फ आपके लिए न जाने कब से धड़क रही है...

दास्तान-ए-मोहब्बत

उसने मुझसे पूछा, मेरी किस तस्वीर से तुम्हें मोहब्बत है,
मैंने भी क्या कहता, उसकी तो हर तस्वीर से दास्तान-ए-मोहब्बत शुरू होती है।

Thursday, April 5, 2012

तेरा ख्याल

कितना भी बिज़ी सही, एक पल ऐसा नहीं जिसमें तेरा ख्याल न हो।

=============================================

वो कहते हैं आप ना ख़्याल रखना,
कैसे रख पाऊँ अपना ख़्याल,
जब उनका ही ख़्याल दिल से जाता नहीं।

Monday, April 2, 2012

प्रतिबिंब

एक ऐसी जगह जाना चाहता हूँ,
जहाँ न कोई मुझे पहचानता हो,
एक ऐसी जगह जहाँ न कोई आवाज़ हो,
न कोई मुझे मेरे नाम से पुकारता हो,
दूर-दूर तक जहाँ कोई नज़र न आता हो,
सिर्फ मैं ही मैं रहूँ,
और कोई न हो,
पर ऐसा हो मेरे इस मैं में
तुम हमेशा शामिल रहो,
जहाँ तक नज़र जाए,
मुझे मैं, तुम और तुम में मैं नज़र आऊँ,
मैं आवाज़ दूँ और तुम सुनाई दो,
जहाँ मैंने कुछ न कहा और तुम समझ जाओ,
एक ऐसी जगह जहाँ आइने बहुत हों
पर प्रतिबिंब कभी तुम्हारा हो कभी मेरा।