जो भी हूँ बस आज आप से अपने दिल कि बात कहना चाहता हूँ
आप को पहेली बार देखते ही आप से इश्क़ हो गया था
आप को चोरी छुपे देखना आप से बात करने के बहाने ढूँढ़ना
मेरी आदतों में शुमार हो गया था
आज भी इन आदतों का सिलसिला बादस्तूर जारी है
इन सिलसिलो के चलते कुछ अरमान भी जुड़ गए है आप से
आप को एक बार गले लगाना चाहता हूँ
आप को एक बार छूना चाहता हूँ
आप को अपने दिल कि धड़कन सुनाना चाहता हूँ
कुछ आप के दिल कि धड़कन सुनना चाहता हूँ
आप का हाथ अपने हाथो में लेकर कहना चाहता हूँ
आप से मोह्बत है बेइंतेहा मोह्बत
आप को अपने साथ मोह्बत कि एक नयी उच्चाई पे ले जाना चाहता हूँ
आप को एक एहसास दिलाना चाहता हूँ कि आप सिर्फ और सिर्फ इश्क़ के लिए बनी है
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