मेरा दिल आप के सिवा किसी और के लिए धड़कता नहीं
ऐसे मैं कभी कोई खता नहीं करता
पर आपसे मोह्बत करने कि खता जाने क्यूँ मैं बार बार करता हूँ
मुझे खुद नहीं पता आपसे इतनी मोह्बत कब और कैसे हो गयी
अब हालात ये है कि मुझ पे मेरा खुद का बस नहीं चलता है
पहले सिर्फ इश्क़ था अब ये इश्क़-ऐ-जूनून का रुख अख्तियार कर चूका है
जुनून जरुर है पर सही गलत कि पहचान है इसे
मदहोश हूँ आप के इश्क़ में बेहोश नहीं
इस मदहोशी में भी आप से कुछ वादा कर रहा हूँ
ये इश्क़-ऐ-जूनून कायम रहेगा हमेशा हमेशा के लिए
आप कि ज़िंदगी महका करेगी इस इश्क़ के इत्र से
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