राह में चलते चलते हर पड़ाव को मंज़िल समझ लेते
तो सफर अधूरा रह जाता
हर प्यार को मुक़मल इश्क़ समझ लेते
तो सच्चा इश्क़ अधूरा रह जाता
हर तक़लीफ को जीवन का अंत समझ लेते
तो जीना अधूरा रह जाता
हर आँशु को दुःख समझ लेते
तो हर ख़ुशी अधूरी रह जाती
हर अधूरे को अधूरा समझ लेते
तो जीवन का पूरा होना अधूरा रह जाता
तो सफर अधूरा रह जाता
हर प्यार को मुक़मल इश्क़ समझ लेते
तो सच्चा इश्क़ अधूरा रह जाता
हर तक़लीफ को जीवन का अंत समझ लेते
तो जीना अधूरा रह जाता
हर आँशु को दुःख समझ लेते
तो हर ख़ुशी अधूरी रह जाती
हर अधूरे को अधूरा समझ लेते
तो जीवन का पूरा होना अधूरा रह जाता
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