पानी पिलाना उनकी मोह्बत थी और सारी ज़िन्दगी प्यासा रेह जाना हमारी मोह्बत "
"बात बस इतनी सी थी ,आप हमारे उन चंद ख्वाबो में से एक थे जो मुकम्मल नहीं हुए "
" मेरी और तुम्हारी मोह्बत का बुनियादी फर्क बस इतना था
मेरी मोह्बत में मेरी दुनिया तुम थी और
तुम्हारी मोहबत में तुम्हारी दुनिया में मेरे लिए कोई जगह नहीं थी
बस यही एक वजह है मेरी मोह्बत मेरी ज़िंदगी मेरे सपने मेरी कहानी
सब अधूरा गया "
" ना आप हमारी मोह्बत कि मोहताज़ है, ना हम आप कि मोह्बत के मोहताज़ है
हम तो बस आप कि हंसी के रसगुल्लो कि मिठास के दीवाने है "
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