RAJU R UPRADE
WRITER AND POET FROM HEART.
Thursday, March 27, 2014
इश्क़ का इंद्रधनुष
"उसने इश्क़ का इंद्रधनुष दिखला कर कारी बदली कि सौगात भेंट कर दी
और मैं ता ऊमर उस कारी बदली में भीगता रहा सूखता रहा कुछ और न कर सका "
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