कैसे आसमान को दो हिस्सों में बाट कर
सितारों को तोड़ अपनी झोली में भर लिया करते थे,
तुम्हारे चेहरे पर की वो ख़ुशी देखने के लिए
मैं हर बार अपने सितारों की गिनती भूल जाया करता था,
अब की पूरा आसमान है मेरे पास,
चाँद तारे भी सारे मेरे अपने हैं,
पर वो ख़ुशी मेरी नहीं जो कभी तुमसे हार कर भी मेरी थी,
क्योंकि तुम मेरे पास नहीं।
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